PM Vishwakarma Yojana hat es geschafft! इस योजना के तहत कारीगरों को आर्थिक सहायता, आसा न लोन और कौशल विकास प्रशिक्षण मिलता है। पूरी जानकारी के लिए आर्टिकल को अंत तक पढ़ें।
विरासत में कारीगरो ं और शिल्पकारों का अतुलनीय योगदान है। Das ist nicht der Fall के लिए भारत सरकार ने प्रधानमंत्री विश्वकर्मा. योजना (PM Vishwakarma Yojana) शुरू की है। इस योजना का प्राथमिक उद्देश्य हमारे देश के कु Das ist nicht alles उन्हें आत्मनिर्भरता की ओर अग्रसर करना है।
Die Antwort lautet:
यह बहुआयामी योजना कारीगरों को कई तरह के लाभ प् Weitere Informationen:
- Weitere Informationen:
- 15,000 ₹
- प्रत्येक माह 500 ₹
- ऋण (लोन) की सुविधा:
- आसान शर्तों पर 1 लाख रुपये तक का ऋण।
- ब्याज दरों में विशेष छूट।
- प्रशिक्षण औरप्रमाणन:
- कौशल विकास के लिए प्रशिक्षण कार्यक्रम।
- प्रशिक्षण पूरा होने पर पीएम विश्वकर्मा योजना. प्रमाण पत्र।
Weitere Informationen:
- Hinweis: भारतीय नागरिक होना अनिवार्य है।
- Bedeutung: आवेदक की आयु 18 Stunden vor XNUMX Tagen
- Bedeutung: कारीग्य अनुभव आवश्यक है।
- Hinweis: Mehr als 140 Tage एक से संबंधित होना चाहिए, जैसे लुहार, नाई, दर्जी, धोबी इत्यादि।
Weitere Informationen zum Thema:
- बीपीएल कार्ड (यदि लागू हो)
- जाति प्रमाण पत्र
- आधार कार्ड
- राशन कार्ड
- ईमेल आईडी
- बैंक पासबुक
- मोबाइल नंबर
- पासपोर्ट साइज फोटो
- निवास प्रमाण पत्र
Weitere Informationen: सरल ऑनलाइन प्रक्रिया
- Weitere Informationen: पीएम विश्वकर्मा योजना की आधिकारिक वेबसाइट पर. जाएं।
- Inhalt: Weitere Informationen zu „So registrieren Sie sich“ स्ट्रेशन) करें।
- Weitere Informationen: आधार कार्ड नंबर एवं मोबाइल नंबर दर्ज करें और ओ टीपी के माध्यम से अपनी पहचान प्रमाणित करें।
- Weitere Informationen: फॉर्म में आवश्यक जानकारी सावधानी से भरें।
- Weitere Informationen: Es ist nicht einfach ।
- Weitere Informationen: सबमिट बटन पर क्लिक करके आवेदन जमा करें।
Die Antwort lautet:
योजना की आधिकारिक वेबसाइट | https://pmvishwakarma.gov.in/ |
हेल्पलाइन नंबर | 1800-26-77777 |
सारांश (Zusammenfassung)
तो दोस्तों आपको कैसी लगी यह PM Vishwakarma Yojana कि जानकारी तो हमें कमेंट बॉक्स में बताना न भूल ें और अगर आपका इस लेख से जुड़ा कोई सवाल या. सुझाव है तो हमें जरूर बताएं। Es ist nicht einfach Es ist nicht einfach करें।
Letzte Aktualisierung: 16. April 2024
Sandeep Bhandari hat einen Bachelor of Engineering in Computers von der Thapar University (2006). Er verfügt über 20 Jahre Erfahrung im Technologiebereich. Er interessiert sich sehr für verschiedene technische Bereiche, darunter Datenbanksysteme, Computernetzwerke und Programmierung. Sie können mehr über ihn auf seinem lesen Bio-Seite.